BJP-JJP नेता हुए बैन गढ़ी सांपला गांव में स्थायी धरने की शुरुआत
रोहतक. अग्निपथ योजना के खिलाफ अब किसान संगठन और खाप पंचायतें भी एकजुट होना शुरू हो गई हैं. केंद्र सरकार से इसे वापस लेने की मांग को लेकर रोहतक के सांपला स्थित छोटूराम धाम पर स्थायी धरने की शुरुआत कर दी गई. पूरे हरियाणा में अब धरने प्रदर्शनों का नेतृत्व यहीं से किया जाएगा और आगे रणनीति में क्या बदलाव होगा, वह भी इसी धरना स्थल पर तय होगा. बुधवार को गढी सांपला के छोटूराम संग्रहालय पर विभिन्न किसान संगठनों, स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन और खाप पंचायतों के प्रतिनिधियों ने एक महापंचायत का आयोजन किया.इस पंचायत में प्रदेश भर से विभिन्न खापों के प्रतिनिधि और किसान संगठनों के नेता शामिल हुए और सभी ने अपने-अपने सुझाव दिए. पंचायत की अध्यक्षता धनखड़ खाप के प्रधान ओमप्रकाश धनखड़ ने की और सभी के सुझाव सुनने के बाद कमेटी ने निर्णय लिया कि सांपला को ही आंदोलन का केंद्र बनाया जाएगा और आज से ही इसकी शुरुआत की जाएगी.कमेटी के सदस्यों का कहना है कि अग्निपथ योजना सेना का मनोबल गिराने वाली है और इसे हर हाल में वापस लेना होगा. पंचायत के फैसले के बारे में बताते हुए ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि आंदोलन की रूपरेखा अब गढी सांपला से ही तय होगी. वे युवाओं को भी सुझाव देते हैं कि अग्निवीर के जो फॉर्म निकले हैं, उसमें अप्लाई ना करें. यह योजना उन्हें स्वीकार नहीं है.इसके अलावा गांव में बीजेपी और जेजेपी के नेताओं के आने पर भी फिर से प्रतिबंध लगाया जाएगा. स्थाई धरने की शुरुआत हो चुकी है और इसे तब तक नहीं उठाया जाएगा, जब तक सरकार अपना फैसला वापस नहीं लेगी.